मंदिर के बारे में
बोमडिला की रंगीन भूमि, जो समुद्र तल से 8500 फीट की ऊंचाई पर सुंदर हिमालय पर्वतमाला के बीच स्थित है,अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले का मुख्यालय है। बोमडिला का बौद्ध मठ क्षेत्र का भंडार है। बोमडिला मठ अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ-साथ धार्मिक स्थानों के लिए भी जाना जाता है। आप यहां प्रसिद्ध बोमडिला मठ की सैर का आनंद ले सकते हैं। एकांत स्थल और शांति के खोजियों के लिए यह एक आदर्श स्थान है। वर्ष 1965 में बना यह मठ बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक गुणों का प्रतिनिधित्व करता है। यह मठ पश्चिम कामेंग जिले के टीपी आर्किड रिसर्च सेंटर के नजदीक स्थित है। महायान बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह एक तीर्थस्थान है। यह विशाल मठ तिब्बत के टोंसा गोंटे मठ की तरह दिखता है। यह मठ भारी संख्या में सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। बोमडिला व्यू प्वाइंट बोमडिला की पहाड़ी खूबसूरती को नजदीकी से देखने के लिए आप बोमडिला व्यू प्वाइंट आ सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्थान काफी ज्यादा मायने रखता है क्योंकि यहां से बोमडिला के अद्भुत दृश्यों का दीदार किया जा सकता है। बोमडिला व्यू प्वाइंट उच्चतम बिंदु नेचिपू पास सहित आसपास के परिदृश्य के लुभावने चित्रों को प्रदर्शित करता है। यहां से पश्चिम कामेंग घाटी को देखना अपने आप में ही काफी रोमांचक एहसास है।
मन्दिर मार्ग तक कैसे पहुंचा जाय:
वायुयान द्वारा: बोमडिला मठ निकटतम हवाई अड्डा गुवाहाटी (342 किमी), असम की राज्य राजधानी, और असम में तिजपुर दूरी से 160 किलोमीटर दूर है। यहाँ तक आप आसानि से पहुँच सकते हैं।
रेल द्वारा: बोमडिला मठ निकटतम रेलवेहेड 160 किलोमीटर दूर तेजपुर में है, लेकिन थोस्टोस्ट सुविधाजनक रेलवे स्टेशन गुवाहाटी (342 किमी) में है, जो राजधानी एक्सप्रेस, दिल्ली, कोलकाता जैसे विभिन्न शहरों के भारत जैसे कई प्रमुख ट्रेनों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग द्वार: बोमडिला मठ असम में तेजपुर (160 किमी) से स्थानीय बस या जीप द्वारा मठ द्वार पर आसानी से पहुंचा जा सकता है ।
इतिहास:
मठ बौद्ध धर्म के महायान स्कूल का पालन करता है। ईगलनेस्ट वन्यजीव अभयारण्य सेसा ऑर्किड अभयारण्य के नजदीक बसा ईग्लेनेस्ट वन्यजीव अभयारण्य लगभग 217 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला एक खूबसूरत पर्यटन गंतव्य है। ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां पहाड़ी खूबसूरती देखने लायक है। यहां आप कम ऊंचाई वाले झरने और कामेंग नदी के अद्भुत दृश्यों को देख सकते हैं। यह वन्य क्षेत्र विभिन्न वनस्पतियों के साथ बड़ी संख्या में जीव-जन्तुओं को सुरक्षित आश्रय देने का काम करता है। जंगली जीवों में आप यहां बंगाल टाइगर, लंगूर, एशियाई हाथी, काला भालू, लाल पांडा और अन्य को देख सकते हैं। इसके अलावा आप यहां ईगल, हॉर्नबिल, किंगफिशर,
बतख और फीसेंट जैसे विभिन्न पक्षियों को देखने का मौका भी प्राप्त कर सकते हैं। यहां लगभग 165 से अधिक प्रकार की तितलियां पाई जाती हैं। भूमि का बोमडिला और इसकी संस्कृति एक मजबूत तिब्बती सांस्कृतिक और पारंपरिकता के अधीन है। यह दुनिया भर के पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य है जो भारतीय संस्कृति, बौद्ध परंपरा और उत्तर-पूर्व भारत के मेहमाननियोजित इलाकों पर नज़र डालने के लिए है।
पूजा समय
सोमवार
- रविवार
प्रातःकाल: 04:30
दोपहर: 01:
00
सांय काल: 03:00
रात्रि: 09: 00
इतिहास