मंदिर के बारे में
उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग रुद्र सागर झील के किनारे स्थित है। यह ऐतिहासिक और प्राचीन मंदिर तीन मंजिला मंदिर है, जहां महाकालेश्वर लिंगम को नीचे के भाग में रखा गया है और नागचंद्रेश्वर मंदिर के परिसर के ऊपरी भाग में स्थापित किया गया है। परमार काल के दौरान, मंदिर की दीवारों में कई मूर्तियां हैं, जिन्हें खूबसूरती से उकेरा गया है।
इस मंदिर में लगभग सभी शिव त्योहारों को अनुष्ठान के साथ मनाया जाता है। शिवरात्रि का त्यौहार भव्य रूप से भव्यता और उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंदिर का वातावरण भक्तों और पर्यटकों के दिल और दिमाग को शांति प्रदान करता है। यह शानदार तीर्थस्थल केंद्र हर साल महाशिवरात्रि पर्व के समय पंद्रह दिनों के मेले की भी व्यवस्था करता है। स्थानीय भक्तों और आयोजकों द्वारा इस बड़े त्योहार को सालाना मनाने के लिए एक उत्सव (मेला) का आयोजन किया गया है। भक्त इस रात को उपवास करते हैं और रात तक कुछ नहीं खाते हैं और शिव लिंग पर फल, फूल और बेल के पत्ते चढ़ाते हैं। लोगों का मानना है कि इस पवित्र दिन पर भगवान शिव का विवाह पार्वती मां से हुआ था।