दिवाली आ चुकी है और इसका उत्साह सभी के चेहरों पर साफ़ देखा जा सकता !!!! जैसा की हम सब जानते है यह त्यौहार लोगों के बीच आनंद और प्रसन्नता फैलाता है. यह अंधकार को दूर करने वाला त्यौहार है , यह मिठाइयों और साथ ही पूजा का पर्व है. पटाखें जला कर इस पर्व को मनाया जाता है, हम अपने घरों और मंदिरों को दीये और मोमबत्तीयां जला कर सजाते है, एकदूसरे को भेंट और मिठाइयाँ देते है. हम दिवाली के कुछ रिवाजों को निभाते है और “दिवाली पूजन” के लिए “पूजा विधि” का पालन करते है. हालांकि, अक्सर “लक्ष्मी पूजन” के समय हम कुछ मंत्रोच्चार करना भूल जाते है. इसके लिए चिंतित होने की जरूरत नही है , यहाँ आपके दिवाली पूजन को और भी अधिक विशेष और अनोखा बनाने के लिए , हम कुछ शक्तिशाली और जटिल लक्ष्मी,गणेश और सरस्वतीं मंत्रो के बारे में बता रहे है.
दिवाली के लिए मंत्र
हम यहाँ कुछ अति शक्तिशाली मंत्रो को एकसाथ लेकर आये है जिन्हें दिवाली के दिन मंत्रोच्चार करने से आप जो चाहे वो पा सकते है. दिवाली एक ऐसा दिन होता है जो अपने साथ ढेर सारी सकारात्मक ऊर्जा को लेकर आता है तथा इसे सबसे अधिक पवित्र दिनों में से एक माना जाता है. इन मंत्रो का जप करके अपने जीवन में भाग्य और सफलता लाने का प्रयत्न करें !
दिवाली पर क्या करें और क्या ना करें !
दिवाली मस्ती से भरा हुआ पर्व होता है और बहुत कम लोग यह जानते है की इस वर्ष दिवाली मूल रूप से 6 दिनों के लिए मनाया जा रहा है. हुर्रा!!! हमलोग एक और दिन मस्ती कर सकते है और इस जगमगाते पर्व को और भी अधिक उत्साह और जोश के साथ मना सकते है. इन 5 दिनों में हम सब अपने मनपसंद मिठाइयाँ खाना पसंद करते है और आतिशबाजी करते है. बिना उम्र की परवाह किये हुए, छः साल से लेकर साठ साल तक के लोग भी ढेर सारे पटाखें जैसे अनार, चकरी और फुलझरी जला कर मस्ती करते है. तथापि , हम अपने आस-पास और टेलीवीजन, रेडियो और अखबारों में दिवाली के पटाखों और आतिशबाजियों से होने वाली ढेर सारी घटनाओं को देखते और सुनते है. नीचें दिय हुए इन सभी कायदों का हम एक बार पालन करें और अपने बच्चों , परिवारजनों तथा स्वयं को रोक कर होने वाली दुर्घटनाओं से बचें.
इस दिवाली क्या करें और क्या ना करें !
- दिए गये निर्देशों को पढ़े और आतिशबाजी के प्रयोग से संबंधित दिए गये सभी सुरक्षा एहतियातों का पालन करें.
- पटाखें जलाते समय मोटा सूती वस्त्र पहनें तथा कृत्रिम रेशे (सिंथेटिक फाइबर) और ढीले या बहने वाले कपडें पहनने से बचें.
- जलने की स्थिति में , जले हुए स्थान पर अधिक मात्रा में पानी डालें.
- दीये , मोमबत्तियां और पटाखें जलाते समय बच्चों पर नजर रखें.
- इस बात का ख्याल रखें की आपके पालतू जानवर इस समय आराम से हों तथा पटाखें जलाने से पहले उन्हें अच्छी तरह से भोजन करा दें .
- घर के भीतर पटाखें ना जलायें.
- पटाखें को हाथ में रखकर ना जलायें.
- जब आप पटाखें को जलाने की कोशिश कर रहे हो तब अपना चेहरा पटाखें के नजदीक ना रखें.
- अपने छोटे बच्चों को पटाखें जलाने की अनुमति ना दें.
- जले हुए हिस्से पर किसी भी प्रकार का क्रीम या मलहम या तेल ना लगायें.
इस दिवाली 6 दिनों के पर्व को बहुत ही उत्साह के साथ खास एहतियात लेकर मनायें और कोशिश करें की ऊपर दिए महत्वपूर्ण सुरक्षा निर्देशों का पालन करके अपने बच्चों को आतिशबाजियों से दूर रखें और कभी भी किसी बच्चे को अकेले पटाखें जलाने ना दें. दिए गये निर्देशों का पालन करके सुरक्षित एवं खुशियों से भरी दिवाली मनायें. याद रखें !!! सभी घटनाएं जो आतिशबाजियों के वजह से होती है वो हमारी लापरवाही, ध्यान ना देने और अज्ञानता के कारण होती है. इसलिए, आसान-सी ये सावधानियां हमें ऐसे दुर्घटनाओं से बचा सकती है. हम आप सभी को सुरक्षित एवं खुशियों से भरी दिवाली की शुभकामानाएं देते है. ….!!!!