राजीव गाँधी जन्मकुंडली (ज्योतिषाचार्य सुनील बरमोला जी द्वारा)
नाम |
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राजीव गाँधी |
जन्म तिथि |
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20 अगस्त 1944 |
जन्म का समय |
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09:53 AM |
जन्म स्थान |
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मुंबई ( महाराष्ट्र ) |
भारत वर्ष के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को महाराष्ट्रा राज्य के मुंबई शहर में हुआ था जो की भारत के 6 वें प्रधान मंत्री के रूप में उभरते हुए सितारे भारतीय राजनेता बने। उनकी मां इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गाँधी जी ने 40 साल की सबसे कम उम्र में भारतीय प्रधानमंत्री बनने का पदभार संभाला।
गांधी राजनीतिक रूप से शक्तिशाली नेहरू-गांधी परिवार का एक वंशज था, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी थी। अपने बचपन में से अधिकांश के लिए, उनके दादा जवाहरलाल नेहरू प्रधान मंत्री थे। गांधी यूनाइटेड किंगडम में कॉलेज में भाग लिया, वह 1966 में भारत लौट आए और राज्य के स्वामित्व वाली भारतीय एयरलाइंस के लिए एक पेशेवर पायलट बन गए। 1968 में उन्होंने सोनिया गांधी से विवाह किया; यह जोड़ा दिल्ली में अपने बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ घरेलू जीवन में बस गए । 1970 के दशक में, उनकी मां इंदिरा गांधी प्रधान मंत्री और उनके भाई संजय गांधी (पूर्व में संजय) एक सांसद थे; इसके बावजूद, राजीव गांधी अप्राकृतिक बने रहे। 1980 में एक हवाई जहाज दुर्घटना में संजय की मौत के बाद, गांधी ने अनिश्चितता से इंदिरा के आदेश पर राजनीति में प्रवेश किया। अगले वर्ष उन्होंने अमेठी के भाई की संसदीय सीट जीती और लोकसभा सदस्य बन गए । अपने राजनीतिक सौंदर्य के हिस्से के रूप में, राजीव को कांग्रेस पार्टी का महासचिव बनाया गया और १९८२ में एशियाई खेलों के आयोजन में भारत वर्ष को एक शक्ति शैली शक्ति शाली व खेल प्रतियोगिता वाले बच्चों को पूर्ण सुविधा दे कर भारत को स्वर्ण पदक हासिल करवाया।
राजीव गाँधी जन्मकुंडली
राजीव गाँधी जी के जन्म तिथि के अनुसार ज्योतिषशास्त्र गणना द्वारा उनका जन्म कन्या लग्न व सिंह राशि में हुआ था जो उनको एक साहसी व राजनेता पुरुष बनाने में सहायक हुआ। राजनीती व कर्म क्षेत्र में बैठा राज-योग कारक शनि ग्रह राजीव जी को एक ऊंचाइयों तक पहुँचाने व सुख समृद्धि का पूर्ण सुख दिया। राजीव गाँधी जी की जन्मकुंडली के बारहवें स्थान में चार ग्रहों के संयोग से पिता का सुख तो काम दिखिता है परन्तु उनके एक श्रेष्ठ पद दिलाने में सम्पूर्ण सहयोग किया। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से 31 अक्टूबर 1984 की सुबह, प्रधान मंत्री पद पर नियुक्त उनकी मां की हत्या उनके दो अंगरक्षकों द्वारा की गयी थी परन्तु वहीँ से उनके जीवन में राजनीती का बड़ा मोड़ आया और वह राजनीती में सम्पूर्ण रूप से उभर गए व प्रधान मंत्री नियुक्त हुए।
राजीव गाँधी मृत्यु व भारत रत्न पुरुस्कार
राजीव जी 1991 के चुनाव तक कांग्रेस अध्यक्ष बने रहे। चुनाव के लिए प्रचार करते समय, एलटीटीई से एक आत्मघाती हमलावर ने उनकी हत्या कर दी थी, उनकी विधवा सोनिया 1998 में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने और 2004 और 2009 की संसदीय में पार्टी की जीत का नेतृत्व किया चुनाव। उनका बेटा राहुल संसद सदस्य और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष हैं। 1991 में भारत सरकार ने मरणोपरांत राजीव गांधी को भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया।