भारत में वसंत को ऋतुओं का राजा (King) कहा जाता है. हिन्दू पंचाग के अनुसार वसन्त ऋतु (Season) माघ और फाल्गुन के महीने में पड़ती है. अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक फरवरी और मार्च के महीने को ही वसंत ऋतु के नाम से जाना जाता है. माघ महीने में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी (Basant panchami) के रुप में बेहद धूम-धाम से मनाया जाता है. इस साल वसंत पंचमी शनिवार के दिन 5 फरवरी को मनायी जायेगी. वसंत पंचमी के दिन विद्या और कला की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन माता सरस्वती प्रकट हुई थीं. जहां वसंत पंचमी पर शादी-विवाह, मुंडन संस्कार जैसे मांगलिक कार्यक्रम करना बेहद शुभ माना जाता है. वहीं इस दिन कुछ बातों को लेकर खास एहतियात बरतना भी काफी जरूरी हो जाता है. वो बातें कौन सी हैं आइये जानते हैं.
पीले वस्त्र पहनें
वसंत पंचमी के दिन काले या लाल रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है. मान्यता है कि पीला रंग माता सरस्वती का पसंदीदा रंग है. यही कारण है कि इस दिन कई छात्र-छात्राएं पीले रंग का वस्त्र पहनकर सरस्वती की आराधना करते हैं.
सात्विक भोजन करें
वसंत पंचमी के दिन सात्विक भोजन यानी सत्व गुणों से युक्त भोजन करना चाहिए. सात्विक भोजन का मतलब सादा और सरल भोजन होता है जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, अंकुरित अनाज आदि शामिल होते हैं. वहीं वसंत पंचमी के पर्व पर मांस-मंदिरा जैसी चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
वसंत पंचमी विद्या की देवी का त्योहार है. इसीलिए कहा जाता है कि वसंत पंचमी के दिन गलती से भी बुरे विचारों या बुरे शब्दों का इस्तेमाल न करें. इस दिन अच्छा सोचना और अच्छा विचार रखना शुभ माना जाता है. इस दिन किसी का अपमान न करें और न ही किसी को अपशब्द कहें.
स्नान करना न भूलें
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार वसंत पंचमी के पर्व पर स्नान करना बेहद जरूरी होता है. वैसे ऐसा करना हर किसी के लिए शुभ माना जाता है लेकिन अभ्यर्थी के लिए सुबह उठकर स्नान करने के बाद माता सरस्वती की पूजा करके अन्न या जल ग्रहण करना और भी शुभ होता है.
पेड़ों को रखें सुरक्षित
ऋतुराज वसंत अपनी हरियाली के लिए खासा मशहूर है. इसीलिए वसंत पंचमी के दिन पेड़ों का खास ख्याल रखना चाहिए. इस दिन पेड़ों की कटाई या छटाई करने से बचना चाहिए. अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।