आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी समाज और परिवार में जीने के सलीके सिखाती हैं। आचार्य चाणक्य ने समयकालीन अनुभवों के आधार पर आकलन करते हुए पैसे, सेहत, बिजनेस, दांपत्य जीवन, समाज, जीवन में सफलता से जुड़े तमाम चीजों पर अपनी राय दी है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है, ये हमेशा मुसीबत के समय में सही सलाह देती हैं।
आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज के विचार में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि हर किसी के जीवन में बुरा समय आता है और जब ये आने वाला होता है तो कुछ संकेत भी जरूर देता है। ऐसे में आइए जानते हैं इन संकेतों के बारे में।
तुलसी का सूखना
हिंदू धर्म में तुलसी का अधिक महत्व है। आचार्य चाणक्य जी कहते हैं कि तुलसी का सूख जाना बेहद खराब माना जाता है। चाणक्य जी के अनुसार, तुलसी का सूखा हुआ पौधा आपको भविष्य में होने वाली किसी परेशानी का संकेत देता है। अगर आपके घर में भी तुलसी का पौधा मुरझा रहा हो या सूख रहा हो तो समझ लीजिए आपके घर में कोई घटना होने वाली है।
रोजाना झगड़ा होना
ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में आए दिन झगड़ा होता है वहां मां लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है। इसके साथ ही घर की सुख- शांति भी चली जाती है। इसलिए आचार्य चाणक्य का कहना है कि घर में झगड़ा नहीं होना चाहिए अगर ऐसा हो रहा है तो यह आने वाले समय में बड़ा संकट आने का संकेत हो सकता है।
पूजा-पाठ न होना
चाणक्य नीति के अनुसार जिस घर में पूजा-पाठ या धर्म-कर्म के कार्य नहीं होते हैं वहां पर कई परेशानियां आने लगती हैं। साथ ही ऐसे घर के लोगों की तरक्की रुक जाने से उन्हें बुरा समय भी देखना पड़ सकता है।