गरुड़ पुराण में जीवन से जुड़े कुछ ऐसे रहस्यों के बारे में विस्तार से बताया गया है जिनका पालन करके आप जीवन की हर बाधा को आसानी से पार सकते हैं। गरुड़ पुराण के आचारकांड की नितियों में कुछ ऐसी ही गूढ़ बातें बताई हैं। जो किसी भी व्यक्ति के लिए परेशानी का कारण बन सकती हैं। कहा जाता है कि आप जिस तरह का भोजन करेंगे वैसा ही आपका मन होगा। अर्थात आप जिस इंसान जिस तरह का अन्न खाता है, उसका मन वैसा ही बन जाता है। जिससे वह पाप का भागीदार भी बनता है।
गरुड़ पुराण में कुछ ऐसे ही जगहों के बारे में बताया गया जहां पर भोजन नहीं करना चाहिए।
अपराधी व्यक्ति
गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति कोर्ट-कचहरी में अपराधी सिद्धि हो चुका है। उस घर पर कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए। इससे वह व्यक्ति भी पाप का भागीदार होता है।
सूदखोर व्यक्ति
अगर कोई व्यक्ति दूसरों व्यक्ति की मजबूरी का फायदा उठाकर ज्यादा ब्याज लेता हैं तो, उसके घर भी भोजन नहीं करना चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे लोगों के घर का पानी भी पीना आपको भी पाप लगेगा।
बीमार व्य़क्ति
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो उसके घर भोजन नहीं करना चाहिए। इससे आपके शरीर में भी खतरनाक बैक्टीरिया घुस सकते हैं। जिससे आप भी बीमार हो सकते हैं।
क्रोधी व्यक्ति
कभी भी क्रोधी व्यक्ति के घर भोजन नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति क्रोधी होता है वह अपने मानवीय भावों को भूल जाता हैं। अगर आपने ऐसे व्यक्ति के घर भोजन किया तो आपके शरीर में भी इसका असर पड़ेगा।
नशा बेचने वाला व्यक्ति
गरुड़ पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति नशा बेचने वाला हो, उससे घर कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए। क्योंकि वह व्यक्ति सैकड़ों घरों को बर्बाद करता है। ऐसे में उसके घर में किया गया भोजन आपको भी पाप का भागीदार बना देता है। इसलिए ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए। अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।