जिस तरह शरीर को डिटॉक्स (Detox) करना जरूरी होता है उसी तरह स्किन को डिटॉक्स (Skin Detox) करना भी एक बहुत ही जरूरी प्रक्रिया है. दरअसल स्किन हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण एलिमेंट है. स्किन ना केवल हमारे बॉडी से वॉटर लॉस को रोकने का काम करती है, हमारे शरीर को तमाम तरह के बाहरी भीतरी इंफेक्शन से भी बचाती है. इस वजह से स्किन की रिकवरी प्रक्रिया को हेल्दी रखना यानी स्किन डिटॉक्स करना बहुत ही जरूरी है.

दरअसल धूप, प्रदूषण, हार्मोनल डिसऑर्डर और अनहेल्दी डाइट के कारण शरीर के साथ त्वचा में भी विषैले तत्व जमने लगते हैं और डिटॉक्स के अभाव में स्किन में जलन, लालिमा आना और काले दाग-धब्बे पड़ने या झाई की समस्या होने लगती है. डिटॉक्स के बाद आपकी त्वचा अशुद्धियों को साफ करती है, इसके पीएच स्तर को मेंटेन करती है.
क्या स्किन खुद को करती है डिटॉक्स
स्किन को डिटॉक्स करने की शरीर की अपनी कई प्रक्रियाएं हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि चेहरे पर दाने, कील-मुंहासे आदि निकलना भी एक प्रकार से डिटॉक्स की ही नेचुरल प्रक्रिया है. इसके जरिए स्किन अपने भीतर जमी गंदगी को बाहर निकाल देती है लेकिन अगर इस प्रक्रिया में छेड़खानी की जाए तो स्किन पर निशान छूट सकता है. इसे रोका जाए तो ये मुंहासे या दाने बाहर निकलने के लिए नए पॉकेट तलाशने लगते हैं और फिर आपको कई मुंहासे या दाने हो सकते हैं.
स्किन डिटॉक्स से ये मिलता है फायदा
हम सभी क्लीन स्किन चाहते हैं. ऐसे में जब तक हमारे रोम छिद्र डिटॉक्स नहीं होंगे तबतक इन पर किसी भी दवा या स्किन केयर प्रोडक्ट का फायदा नहीं पहुंचेगा. ऐसे में मुंहासे निकलना तो तय है. यह समझने वाली बात है कि दरअसल स्किन पर किसी प्रोडक्ट की वजह से रिएक्शन नहीं होता बल्कि आपकी स्किन ही उस प्रोडक्ट के फायदों को रिसीव करने के लिए तैयार नहीं होती. ऐसी स्किन भोजन के पोषक तत्वों को भी रिसीव नहीं करती इसीलिए स्किन को हेल्दी रखने और बंद रोमछिद्रों को खोलने के लिए स्किन को डिटॉक्स करना बहुत ही जरूरी होता है.
स्किन को डिटॉक्स की जरूरत क्यों
दरअसल आज की बदलती जीवन शैली का असर हमारे शरीर और दिमाग के साथ स्किन पर भी पड़ रहा है. जिसके कारण स्किन को डिटॉक्स प्रोसीजर में जाना पड़ता है. आइए जानते हैं कारण.
- स्ट्रेस की मात्रा बहुत अधिक हो जाने पर ये चेहरे पर लाल धब्बे या लालिमा के रूप में दिखने लगते हैं.
- मुंहासे, खुजली या लालिमा दरअसल यह बताते हैं कि आपके चेहरे पर सीबम का प्रोडक्शन बढ़ गया है और नई कोशिकाओं के बनने और पुरानी कोशिकाओं के हटने की गति धीमी हो गई है.
- जब चेहरे के रोमछिद्र में मेकअप, प्रदूषण और सीबम भर जाते हैं तो इस समस्या को ही कंजेशन कहा जाता है. शरीर इस कंजेशन को साफ करने के लिए मुंहासे निकालता है.
-बुरी लाइफस्टाइल, स्ट्रेस, गलत फूड हैबिट के कारण भी स्किन में टॉक्सिन जमा हो सकते हैं.
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