भारतीय डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम का शेयर (Paytm Share Price) नवम्बर में लिस्ट होने के बाद 70 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है. इस स्टॉक में निवेश करके प्राइस के ऊपर आने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक और बुरी खबर है. फर्म मैक्वेरी कैपिटल सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट द्वारा अपने टार्गेट प्राइस को और घटा दिया है. ये वही फर्म है जिसने इस शेयर के बारे में पहले भी काफी नीचे तक गिरने की आशंका जताई थी.
मैक्वेरी के सुरेश गणपति ने वैश्विक स्तर पर फिनटेक कंपनियों के कम मूल्यांकन का हवाला देते हुए अपने टार्गेट प्राइस को 700 रुपये से घटाकर 450 रुपये (5.90 डॉलर) कर दिया. मतलब ये कि पेटीएम का शेयर अब 450 रुपये तक आ सकता है. यदि आप इसमें अभी निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको एक बार इस फर्म द्वारा सुझाए गए प्राइस पर गौर कर लेना चाहिए.
कल नए लेवल तक गिरा था पेटीएम
इसके अतिरिक्त, मैक्वेरी के सुरेश गणपति ने पेटीएम के लिए कमाई या राजस्व के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है, जिसे उन्होंने पहले अंडर-परफॉर्म बताया था. गुरुवार, 17 मार्च 2022, को खबर लिखे जाने के समय तक पेटीएम का शेयर 623.60 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, जबकि एक दिन पहले बुधवार को इसने अपना सबसे निम्नतम स्तर (572 रुपये) छू लिया था.
पेटीएम ने भारत में अब तक की सबसे बड़ा IPO पेश किया था, लेकिन तब से ही उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. गणपति ने संभावित दिक्कतों के रूप में फिनटेक नियमों और कड़े मानदंडों (Stricter Compliance Norms) का हवाला दिया. याद रहे कि बीते शुक्रवार को, भारतीय रिजर्व बैंक ने कंपनी के पेटीएम पेमेंट्स बैंक बिजनेस को नए कस्टमर्स को स्वीकार करने से रोका था और उसके बाद से स्टॉक पर दबाव और बढ़ गया.
ब्लूमबर्ग द्वारा इकट्ठे किए गए आंकड़ों के अनुसार, पेटीएम को कवर करने वाले 9 विश्लेषकों के बीच 12 महीने का औसत मूल्य लक्ष्य 1,203 रुपये है. लिस्टिंग से पहले, गणपति सहित मैक्वेरी के विश्लेषकों ने इसे अंडरपरफॉर्म रेटिंग के साथ-साथ 1,200 रुपये के टार्गेट प्राइस की बात की थी. आईपीओ का इश्यू प्राइस 2,150 रुपये था. अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।