विदेशी बाजारों में मिलेजुले रुझानों के बीच निवेशकों ने चुनिंदा शेयरों में बिकवाली की. इससे मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ खुले. ब्रिटेन में नए तरह के कोरोना वायरस के चलते चिंता बढ़ गई है. वहीं, अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज को लेकर निर्णय पर बाजार की नजर है. आइए जानिए आचार्य चाणक्य की नीतियां.
सोमवार को सेंसेक्स 45,553.96 अंक पर बंद हुआ था. मंगलवार को यह 45,529.61 अंक पर कमजोर खुला. इसका ऊंचा स्तर 45,938.40 अंक रहा. बिकवाली के झोंके में एक समय यह सूचकांक 45,431.32 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया था.
सुबह 9.30 बजे बीएसई सेंसेक्स 73 अंक यानी 0.16 फीसदी की गिरावट के साथ 45,480 अंक पर कारोबार कर रहा था. इसी तरह एनएसई का निफ्टी 16 अंक यानी 0.12 फीसदी टूटकर 13,312 अंक पर ट्रेड कर रहा था
विश्लेषकों का कहना है कि निवेशकों की नजर कोविड-19 से जुड़ी गतिविधियों, अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज और ब्रेक्जिट सौदे पर हैं. ब्रिटेन में नए तरह के कोरोना वायरस ने चिंता बढ़ा दी है. यह दुनिया की आर्थिक रिकवरी में बाधा पैदा कर सकती है. इनका बाजार पर असर पड़ा है. सोमवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए. मंगलवार को भारत सहित तमाम एशियाई बाजारों पर इसका असर दिखा.
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स की 30 कंपनियों में 16 गिरावट के साथ कारोबार कर रही थीं. बिकवाली की सबसे ज्यादा मार महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, इंडस इंड बैंक, एलएंडटी और रिलायंस के शेयरों को पड़ी. महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर करीब 3 फीसदी नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे. वहीं, टेक महिंद्रा, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक और पावरग्रिड के शेयरों में निवेशकों ने दिलचस्पी ली. निफ्टी के भी 50 शेयरों में 33 में गिरावट थी. जबकि 17 बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.