लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनले ने रियल एस्टेट सेक्टर पर अपना भरोसा जताया है. ब्रोकरेज को आवासीय सेगमेंट से काफी उम्मीद है, जिसमें नए सिरे से मांग देखने को मिल रही है. साथ ही नए लॉन्च और किफायती भाव भी सेक्टर की मदद कर सकते हैं. ब्रोकरेज ने कहा कि उसे रियल एस्टेट इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) के मुकाबले डेवलपर्स ज्यादा आकर्षक नजर आते हैं. इसने डीएलएफ, प्रेस्टीज एस्टेट और सोभा पर अपना भरोसा जताया है. गोदरेज प्रॉपर्टीज पर इसकी राय नरम है, जबकि ओबेरॉय रियल्टी पर इसका रुख तटस्थ है. आइए जानिए लोहड़ी का त्योहार.
बीएसई रियल्टी इंडेक्स में कमजोरी लंबे समय तक रही. इंडेक्स ने मई में अपने 52-सप्ताह का निचला स्तर हासिल किया था. सेंसेक्स ने मार्च से ही रिकवरी दिखानी शुरू कर दी थी. हालांकि, अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर से बीएसई रियल्टी इंडेक्स ने 112 फीसदी की छलांग लगाई, जबकि सेंसेक्स 90 फीसदी चढ़ा है.
ब्रोकरेज ने माइंडस्पेस रीट और एम्बेसी पार्क रीट की रेटिंग घटाते हुए एम्बेसी रीट का टार्गेट प्राइस 12 फीसदी कम किया है. ब्रोकरेज ने कहा, “उम्मीद है कि मध्यम आय और किफायती आवास सेगमेंट लग्जरी सेगमेंट की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे.” ब्रोकरेज ने उम्मीद जताई कि बेंगलुरु, ग्रेटर मुंबई और गुरुग्राम जैसे क्षेत्रों में अच्छी रिकवरी आएगी. जानिए मॉर्गन स्टेनले ने किस रियल एस्टेट कंपनियों पर जताया है भरोसा:
डीएलएफ
टार्गेट प्राइस: 299 रुपये
संभावित रिटर्न: 11.75 फीसदी
डीएलएफ ने हाल ही में 3.5-4 करोड़ वर्ग फुट को योजनाओं के ऐलान किया है, जिससे कंपनी को 36,000-40,000 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिल सकती है. मॉर्गन स्टेनले ने इसका लक्ष्य 13 फीसदी बढ़ा दिया है. कंपनी मध्यम आय वर्ग में काफी लोकप्रिय है. इसका मानना है कि मांग में सुधार कंपनी का सबसे मजबूत पक्ष है.
प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स
टार्गेट प्राइस: 372 रुपये
संभावित रिटर्न: 25.3फीसदी
मॉर्गन स्टेलने ने इसके टार्गेट प्राइस को नौ फीसदी बढ़ा दिया है. इसका आवासीय और कमर्शियल एसेट पोर्टफोलियो काफी संतुलित नजर आता है. कंपनी बेंगलुरु, चेन्नई, नोएडा और मुंबई कने नए प्रोजेक्ट लॉन्च करने वाली है. कंपनी की वैल्यूएशन अच्छी और बढ़िया कमाई करने की दावेदार है.
सोभा
टार्गेट प्राइस: 573 रुपये
संभावित रिटर्न: 20.5 फीसदी
मॉर्गन स्टेनले ने कंपनी के टार्गेट प्राइस में इजाफा किया है. इसका मानना है कि आवासीय मांग में सुधार के चलते इसके मौजूदा प्रोजेक्ट्स और नए लॉन्च की बिक्री बढ़ सकती है. सोभा गैर-बेंगलुरु बाजार से निकलने का प्रयास कर रही है और इसका कारोबार काफी मजबूत नजर आता है. इसकी वैल्यूएशन भी कम है. अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।