वास्तु शास्त्र में आज जानिए ऑफिस में मंदिर के स्थान के बारे में। भगवान के मंदिर का जितना महत्व घर में है, उतना ही ऑफिस में भी है। जिस ऑफिस में मंदिर सही स्थान पर बना होता है, भगवान की कृपा से वहां का काम भी सही तरीके से लगातार गति के साथ होता है। आइए जानिए चाणक्य की नीतियां.
इसलिए मंदिर के लिये स्थान चुनते वक्त हमेशा वास्तु का ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की तरह ऑफिस में भी मंदिर का निर्माण ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा में करवाना उचित होता है। ये दिशा मंदिर के लिये सबसे उपयुक्त है।
हालांकि अगर उत्तर-पूर्व दिशा में व्यवस्था न बन पाये तो आप पूर्व दिशा में भी मंदिर का निर्माण करवा सकते हैं। ऐसा करने से आपका बिजनेस हमेशा उन्नति की राह पर होगा और आपको लाभ ही लाभ मिलेगा। और अन्य खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.